steno rishi pranali kya hai स्‍टेनो ऋषि प्रणाली

 Steno Rishi Pranali Kya Hai स्‍टेनो ऋषि  प्रणाली

ऋषि प्रणाली    की महत्‍वपूर्ण विशेषता यह है कि उसे अन्‍य भाषाओं में भी सहजता से लिखा व पढ़़ा़ जा सकता है । इसी मानदंड पर उडिया, असमिया, उर्दू, पंजाबी, मराठी, मलयालम, तमिल, तेलगू, संस्‍कृत , बनीरेखा (बंग्‍ला भाषा हेतु), कन्‍नड़ ,सिंधी आदि क्षेत्रीय भाषाओं में भी आशुलिपि गतिशील है।

इलाहाबाद के    ऋषिलाल अग्रवाल द्वारा अविष्‍कृत ऋषि प्रणाली सभी आशुलिपि प्रणालियों में न्‍यून खामियों वाली रही जो आज भी देश में प्रचलित है।


नेत्रहीन के लिए ब्रेल लिपि के माध्‍यम से हिन्‍दी व अंग्रेजी आशुलिपि हेतु ब्रेल राइटर नामक यंत्र का निर्माण हुआ। आज सैकडो नेत्रहीन आशुलेखक बनकर विभिन्‍न बैंको, शासकीय कायौलयों व सार्वजनिक प्रतिष्‍ठानों में सफलता पूर्वक कार्य संपादित कर रहे हैं👆👆