दार,धार,त्र,स्‍त्र, ष्‍ट्र, स्‍टर, स्‍ठर,स्‍तर,श्‍तर का बड़ा चाप ।Rishi Pranali lession 18 notes hindi steno course

दार,धार,त्र, स्‍त्र,ष्‍ट्र, स्‍टर,स्‍ठर,स्‍तर,श्‍तर का बड़ा चाप का नियम


किसी व्‍यंजन  रेखाक्षर के अंत से स्‍थ चाप की भांति ही एक बड़ा चाप लगााने से शब्‍द के अंत में दार,धार,त्र, स्‍त्र,ष्‍ट्र, स्‍टर,स्‍ठर,स्‍तर,श्‍तर पढ़ा जाता है। इस चापकी लम्‍बाई व्‍यंजन रेखा की दो तिहाई के बराबर होती है। यह चाप वक्र रेखाओं के अंदर की ओर तथा सरल रेखाओं में त के आंकड़े की ओर लगाया जाता है।

 

अकेले व्‍यंजन वाले सरल एवं वक्र-रेखाक्षरों के अंत में अधिकतर त्र, स्‍त्र या स्‍ट्र के लिए बड़े चाप का प्रयोग किया जाता है -

 

सरल एवं वक्र व्‍यंजन वाले शब्‍दों के अंत में बड़ा चाप लगाने से यह दार, धार,स्‍तर,श्‍तर,स्‍टर,स्‍ठर, का अर्थ देने लगता है -

 

यदि शब्‍द के अंत में इ या ई की मात्रा आती है तो चाप के अंत में एक छोटा सा डैश  लगा  देने से  इ या ई की मात्रा पढ़ी जा सकती है -

 

यदि सरल एवं वक्र रेखाक्षरों के अंत में इ या ई के अलावा अन्‍य कोई स्‍वर आता है तो रेखाक्षर पूरा लिखा जाता है -

 

सरल रेखाक्षरों के अंत में न आंकड़े की तरफ चाप निम्‍न प्रकार से लगाया जाता है


स्‍टेनो में लिखें-

रोजनदारी,   चौकीदारी, चेस्‍टर,   रिसालेदार, रसदार,   पलस्‍तर,   प्राणाधार, पहरेदारी,

वफादारी,   खातिरदारी,   तरफदार, साझेदार,   सलीकेदार,   मनसबदार,मजेदार

मसालेदार,देनदार,जायकेदार,जिम्‍मेदार,जागीरदार,जेहनदार,हवलदार,अपवित्र

अर्जीदार,   फूलदार,   नातेदार,   निराधार,   बुस्‍टर,   बागीदार,   बस्‍तर, ठहाकेदार,   इज्‍जतदार

नफेदार,   किलेदार,   तरफदारी,जमादार,नश्‍तर,

चौकीदार,वफादारी,   तहसीलदार,   महाराष्‍ट्र,   समझदार,   मजेदार,   बरखुरदार,

जमीनदार,   कनस्‍तर,   जिम्‍मेदारी,   फौजदार,   नातेदारी,भागीदार, सौराष्‍ट्र