120 शब्‍द प्रति मिनट हिन्‍दी डिक्‍टेशन।। 120wpm hindi dictation

 

120 शब्‍द प्रति मिनट हिन्‍दी डिक्‍टेशन

 

            अध्‍यक्ष महोदय, मैं यह पूछना चाहता हूं कि हमारे विपक्ष के साथी यहां पर बैठे हुए हैं हमारे प्रदेश के लगभग 9 सांसद भारतीय जनता पार्टी के हैं उनमें से कितने सांसदों ने हमारे विधायकों की विधान सभा क्षेत्रों में, आदिवासी क्षेत्रों में स्‍कूल भवन बनाने के लिए सांसद निधि से पैसा दिया हो। क्‍या यहां के विधायक उनसे यह नहीं चाहते कि उनके क्षेत्र में जो अनुसूचित जाति के स्‍कूल हैं वहां पर भवन नहीं है उनमें पैसा दे। लेकिन मेरा यह आरोप है कि सांसद निधि की राशि सांसद स्‍वयं खर्च नहीं कर पाते जो विधायक निधि खर्च करने की बात करते हैं मैं उनसे पूछना चाहता हूं और कहना चाहूंगा कि ऊपर से निर्देश (1)आता है कि सरस्‍वती शिशु मंदिर को पैसा देना है।

मैं ऐसे बहुत से सांसदों को जानता हूं जिन्‍होंने सरकारी स्‍कूल के लिए पैसा नहीं दिया लेकिन पार्टी के निर्देश से छत्‍तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई की रकम थी उसे सरस्‍वती शिशु मंदिर के निर्माण के लिए दिया गया। हमने उसका कभी विरोध नहीं किया । लेकिन क्‍या कहीं न कही हमारी जिम्‍मेदारी होनी चाहिए। क्‍या अविश्‍वास प्रस्‍ताव इसलिए लाये हैं क्‍योंकि मुख्‍यमंत्री ने अनुसूचित क्षेत्रों को भवन बनाने के लिए सरकारी मद से पैदा दिया। मैं कहना चाहता हूं कि हमारे सदन में बहुत सारे साथियों ने कहा है कि छत्‍तीसगढ़ की सरकार चलना(2) बंद हो पायेगी। मैं समवेत सदन स पूछना चाहूंगा कि क्‍या छत्‍तीसगढ़ की जनता ने केन्‍द्र सरकार के सांसद और मंत्रियों को वोट नहीं दिया था। छत्‍तीसगढ़ में केन्‍द्र सरकार का जो पैसा आ रहा है क्‍या वह कोई उनकी मेहरबानी पर आ रहा हैा जिस प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की बात हो रही है वह हमने डीजल, पेट्रोल में जो हमने अंशदान दिया था वह हमें वापस मिल रहा है। दो वर्षों में जो प्रगति हो रही है इस प्रदेश मेंजो विकास दिखाया जा रहा है वह सड़कों के माध्‍यम से दिखाया जा रहा हैा हमारे बहुत से विधायक साथी है वह राज्‍य सरकार की योजनाओं के जो लाभ हैं चाहे वह इंदिरा सूचना शक्ति योजना हो, इंदिरा (3)गांव गंगा योजना हो जितनी भी योजना है उनका उद्घाटन और भूमि पूजन करने के लिए जाते हैं और यह स्‍वीकार करते हैं कि बहुत अच्‍छी योजना है। आज तक ऐसी योजना नहीं बनी। लेकिन जब वे सदन में आते हैं तो पता नहीं कौन सा चश्‍मा पहन लेते हैं कि आते ही विरोध में बोलना शुरू कर देते हैं। मैं सदस्‍यों से निवेदन करना चाहता हूं कि आपने जा अविश्‍वास प्रस्‍ताव रखा है वह मुख्‍यमंत्री जी की सरकार को डिगा नहीं सकता।  आप कितने भी अविश्‍वास प्रस्‍ताव लायें छत्‍तीसगढ़ में रहने वाली काम करने वाली जनता का विश्‍वास मुख्‍यमंत्री जी के साथ है इस सरकार के साथ है। मैं माननीय मुख्‍यमंत्री जी को पुन: धन्‍यवाद और साधूवाद कहना चाहता हूं। (4)

            महोदय, हमारे बुद्धिजीवी, शिक्षाविद और कल्‍पनाशील वर्ग ने मिलकर एक आधुनिक वैज्ञानिक राष्‍ट्र का निर्माण किया हैा महामानव महात्‍मा गांधी ने अपने अटल विश्‍वास और अहिंसा की शक्तिशाली ताकत से राजनीतिक चिंतन की धारा ही बदल दी।

            अध्‍यक्ष महोदय, एक आधुनिक धर्मनिरपेक्ष और न्‍यायप्रिय भारत की शुरूआत तभी हो सकती है जब पहले हमारे दिल और दिमाग से प्रतिरोध, हिंसा अनशन और धरनों से हो रही राष्‍ट्रहानि राष्‍ट्रश्रम की क्षति और राष्‍ट्रीय समय का सदुपयोग कर हम सब नवराष्‍ट्र के निर्माण में तुरंत जुट जायें। तभी हम देश को आगे ले जा सकते हैं। यह लोकतंत्र में जयघोष का दौर है एक सदी पहले शुरू हुई लोकतंत्र की लहर अब तानाशाही के आखिरी गढ़ अरब जगत में पहुंच गई है।(5)